आगराः ग्वालियर-आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस के लिए पश्चिमी बाइपास का निर्माण किया जाएगा। निरावली रायरू से लेकर काउंटर मैग्नेट सिटी होते हुए शिवपुरी, मध्य प्रदेश हाईवे को जोड़ेगा। एक हजार करोड़ रुपये से 28 किमी लंबा वाइपास बनेगा। इससे निरावली से शिवपुरी की दूरी 32 किमी कम हो जाएगी।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) नई दिल्ली ने बाइपास का तकनीकी टेंडर खोल दिया। निर्माण के लिए 19 कंपनियों ने दावेदारी की है। जल्द ही वित्तीय टेंडर खुलेगा। अगले माह कार्य का आदेश जारी होगा।एनएचएआइ नई दिल्ली ने पश्चिमी वाइपास के निर्माण के माडल और डिजाइन में भी बदलाव किया था।
पहले इसे इंजीनियरिंग प्रोक्यूरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड पर तैयार किया जाना था। जिसकी टेंडर प्रक्रिया एक बार की गई थी, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। ऐसे में अब इसे हाइब्रिड एन्युटी मोड (हम) पर किया जाएगा। ईपीसी मोड में जहां एनएचएआइ को एक निश्चित राशि का भुगतान ठेकेदार कंपनी को करना था, तो वहीं हैम मोड में अब कंपनी को सिर्फ 40 प्रतिशत एडवांस राशि दी जाएगी। कंपनी स्वयं अपनी तरफ से फाइनेंस की व्यवस्था करेगी।
एक्सप्रेसवे की तर्ज पर एक्सेस कंट्रोल
इस हाईवे को अब अन्य एक्सप्रेसवे की तर्ज पर एक्सेस कंट्रोल बनाया जाएगा, यानी बीच से वाहन इस हाईवे पर नहीं चढ़ सकेंगे। प्रोजेक्ट में किए गए फेरबदल की वजह से लागत में भी 146 करोड़ रुपये का अंतर आया है। इंपीसी मोड में इसका निर्माण 646 करोड़ रुपये से होना था, तो वहीं हैम मोड में अब इसकी लागत 792 करोड़ रुपये हो गई। इसके अलावा भू-अर्जन में आ रही दिक्कतों के कारण दूरी भी 284 मीटर कम कर दी गई है। अब यह बाइपास 28.80 किमी के बदले 2851 किमी लंवा होगा।
पश्चिमी बाइपास प्रोजेक्ट का टेंडर खोल दिया गया है।निर्माण के लिए 19 कंपनियों ने टेंडर में हिस्सा लिया है। मुख्यालय स्तर पर वित्तीय मूल्यांकन की प्रक्रिया चल रही है। – प्रशांत मीणा, मैनेजर, एनएचएआइ ग्वालियर खंड