चार्जिंग स्टेशन ने रोके नई इलेक्ट्रिक बसों के पहि
आगराः परिवहन निगम की 38 इलेक्ट्रिक बसों के पहिए चार्जिंग प्वाइंट की कमी ने रोक रखे हैं। इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिंग को बनाए गए आठ पावर प्लाइंट में पावर सप्लाई के लिए स्ट्रांग रूम नहीं बन सका है। इससे यह बसें फोर्ट डिपो में खड़ी धूल खा रही हैं। स्ट्रांग रूम बनने और इसके लिए टोरंट की लाइन डालने में अभी लगभग एक महीना लग जाएगा।
आगरा परिवहन निगम को इस वर्ष जनवरी और फरवरी के दौरान 38 इलेक्ट्रिक बसें मिलीं। यह बसें एक बार पूरी तरह से चार्ज होने के बाद 200 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी। इससे रोडवेज की योजना इलेक्ट्रिक बसों को नोएडा वाया यमुना एक्सप्रेसवे, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बेवर और फर्रुखाबाद समेत आसपास के जिलों में चलाने की है। इन बसों के लिए फोर्ट डिपो में आठ चार्जिंग प्वाइंट बनकर तैयार हो गए हैं। चार्जिंग प्वाइंट को पावर सप्लाई के लिए स्ट्रांग रूम बनाया जाना है। इसका काम अभी पूरा नहीं हुआ है। स्ट्रांग रूम का विद्युत कनेक्शन अलग से होगा। इसके लिए टोरंट द्वारा लाइन डाली जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया में एक महीना लग जाएगा। इसके बाद ही इलेक्ट्रिक बसें सड़क पर आ सकेंगी। इलेक्ट्रिक बस, चार्जिंग प्वाइंट पर दो से तीन घंटे में पूरी तरह से चार्ज होगी। एक बार पूरी तरह चार्जिंग होने पर यह 200 किलोमीटर तक चलेगी