आगराः चीते की फुर्ती और चौकन्नेपन से तुलना करते हुए पुलिस ने बाइक पर चलने वाली टीम का नाम चीता रखा था, लेकिन यहां चोर पुलिस के चीते को गच्चा दे गए। पुलिस की चीता मोवाइल सड़क की चौकसी में चौकन्नी खड़ी रही और चोर सरकारी बाइक ले उड़े।
कई घंटे तक पुलिस
मोबाइल टीम कई घंटे तक बाइक खोजती रही, लेकिन पता नहीं चला। किरकिरी से बचने के लिए दो दिन तक घटना दबी रखी। अब दो दिन बाद रकाबगंज थाना में मुकदमा दर्ज किया गया।रकाबगंज थाना के हेड कांस्टेबल कौशलेंद्र सिंह और गोविंदराम 22 मार्च की रात चीता मोवाइल बाइक पर गश्त ड्यूटी कर रहे थे। आगरा किला के अमर सिंह गेट के सामने पुलिस बूथ के सामने पार्किंग में कुछ संदिग्ध लगा।
इंटरनेट मीडिया पर चर्चा
दोनों पुलिस बूथ के पास बाइक खड़ी कर पैदल पार्किंग की ओर चले गए। कुछ मिनट बाद ही वहां से लौटे, लेकिन बूथ पर खड़ी बाइक गायब थी। सरकारी बाइक चोरी होने पर दोनों के होश उड़ गए। काफी तलाश के बाद भी बाइक का पता नहीं चला। बाइक चोरी से होने वाली किरकिरी बचाने के लिए दोनों सिपाहियों को बाइक खोजने के लिए दो दिन का समय दिया गया। सोमवार को मामले की चर्चा इंटरनेट मीडिया पर होने लगी।
इसके बाद देर रात थाना रकाबगंज में सरकारी बाइक चोरी होने का मुकदमा दर्ज किया गया है।पूर्व में सरकारी बाइक चोरी कर पार्ट्स बेचे गए कुछ दिन पूर्व शहीदनगर में एक पुलिसकर्मी के घर के बाहर से उसकी सरकारी बाइक चोरी हुई थी। पुलिस ने दो कबाड़ी समेत तीन को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में चोर ने सरकारी बाइक के पार्ट्स निकाल कर बेचने की बात कबूल की थी।