चौबेपुर। आत्मदाह की कोशिश करने वाली साईं कालेज आफ नर्सिंग साइंस की छात्रा आरोही सिंह के पिता नीरज बेटी के साथ हुए व्यवहार और उसके द्वारा उठाए आत्मघाती कदम से बेहद दुखी थे। उन्होंने बताया कि उनके दो बेटियां है, जबकि एक बेटे की हत्या हो चुकी है। वह मजदूरी कर बेटी को शिक्षा दिलाने के लिए पैसे जोड़कर कालेज में जमा कर रहे हैं। बीती तीन मार्च को 20 हजार की फीस जमा की थी। पिछले वर्ष 24 अक्टूबर को द्वितीय वर्ष की फाइनल परीक्षा थी, तब भी प्रबंध तंत्र ने एक साथ पूरी फीस जमा करने का दबाव बनाया था। वह किसी तरह प्रति वर्ष की फीस जमा करते आ रहे हैं। इसके बाद भी प्राचार्य ने बेटी को परीक्षा नहीं दिलाई।
शिकायत के बाद प्राचार्य ने बैक पेपर दिलाने का आश्वासन दिया लेकिन अतिरिक्त फीस जमा न करने पर गुरुवार को परीक्षा में बैठने से मना कर दिया। इधर छात्रा की शिकायत के बाद जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने एसीएम प्रथम को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उधर जिन अन्य विद्यार्थियों से अतिरिक्त फीस मांगी गई थी वह भविष्य खराब होने के डर से कुछ बोल नहीं रहे हैं। दो दिन पहले बीएससी छात्राओं की थी नारेबाजी साई कालेज आफ मेडिकल साइंस का यह मामला कोई नया नहीं है। इससे पहले भी नर्सिंग छात्र और छात्राओं से मनमानी फीस वसूलने को लेकर विवाद सामने आते रहे है।
बीते मंगलवार को कालेज में अध्ययनरत 13 विद्यार्थियों ने कालेज प्रबंध तंत्र पर अतिरिक्त फीस जमा न करने पर परीक्षा से वंचित कर देने की धमकी का आरोप लगा पुलिस को तहरीर दी थी पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।