आगराः परीक्षा पास करने के वाद प्रशिक्षण पूरा हुआ और वर्दी मिल गई। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद जब फिंगर प्रिंट का मिलान कराया गया तो मैच नहीं हुआ। भर्ती बोर्ड की ओर से लखनऊ में बुलंदशहर के निर्भय सिंह जादौन के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमे की विवेचना सिकंदरा थाने को भेजी गई है। परीक्षा का केंद्र सिकंदरा थाना क्षेत्र था।
वर्ष 2020-21 में उप निरीक्षक नागरिक पुलिस, प्लाटून कमांडर पीएसी और अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के पदों पर सीधी भर्ती की आनलाइन लिखित परीक्षा 20 नंवबर 2021 को कराई गई थी। सिकंदरा क्षेत्र के यश इंफोटेक आनलाइन एग्जामिनेशन सेंटर, लाइफ लाइन पब्लिक स्कूल सिकंदरा आगरा में परीक्षा हुई। नागरिक पुलिस उत्तर प्रदेश भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ के निरीक्षक सत्येंद्र कुमार ने 20 नंवबर 2024 को लखनऊ के हुसैनगंज थाने में बुलंदशहर के मचकौली में रहने वाले निर्भय सिंह जादौन के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया। जिसमें कहा गया कि नागरिक पुलिस में चयन के बाद निर्भय सिंह को प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था। संदीप परिहार व अन्य की ओर से दाखिल रिट पर उच्च न्यायालय की ओर से दिए गए निर्णय के बाद जांच कराई गई। फिंगर प्रिंट ब्यूरो लखनऊ की जांच में निर्भय सिंह जादौन के अंगूठे का प्रिंट
आनलाइन परीक्षा, डीवी-पीएसटी एवं शारीरिक दक्षता परीक्षा के समय लिए गए अंगूठे के चिह्न से नहीं मिला। इससे स्पष्ट है कि आनलाइन परीक्षा में निर्भय सिंह जादौन ने स्वयं प्रतिभाग नहीं किया है, बल्कि उसके स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति ने लिखित परीक्षा में प्रतिभाग किया है।
इंस्पेक्टर सिकंदरा नीरज शर्मा ने बताया
इंस्पेक्टर सिकंदरा नीरज शर्मा ने बताया कि मुकदमा लखनऊ के हुसैनगंज थाने में दर्ज किया गया था। परीक्षा केंद्र आगरा के सिकंदरा क्षेत्र में था। इसलिए मुकदमे को यहां ट्रांसफर किया गया है।