सेक्स रैकेट (Sex Racket) संचालकों के मिले पांच बैंक खाते होंगे सीज किया जा रहा साक्ष्य संकलन
- संबंधित बैंक को खातों के मिले स्टेटमेंट की जांच-पडताल शुरू
- एसबीआइ, बैंक आफ बड़ौदा व ग्रामीण बैंक में मिले खाते
यूपी, बस्ती। सेक्स रैकेट संचालित करने वाले आरोपितों की जब्त मोबाइल फोन की सीडीआर के जरिए उनके संरक्षणदाताओं को चिह्नित कर लिया गया है। इनके ऊपर शिकंजा कसने के लिए पुलिस की ओर से साक्ष्य संकलन किए जा रहे हैं।
मड़वानगर में संगठित रूप से सेक्स रैकेट चलाने वाले गिरफ्तार कर जेल भेजे गए आरोपितों के पांच बैंक खाते सत्यापित कर लिए गए हैं। संबंधित बैंक प्रबंधक से स्टेटमेंट लेकर उनके लेन-देन की जांच-पडताल की जा रही है। मामले की विवेचना कर रहीं सीओ रुधौली स्वर्णिमा सिंह ने बताया कि केस प्रापर्टी होने के नाते सभी चिह्नित बैंक खातों को सीज करने की कार्रवाई करने के लिए एसबीआइ, बैंक आफ बड़ौदा व ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधकों को पत्र लिखा गया है।
दो मंजिला मकान सीज करने के लिए नामित होंगे मजिस्ट्रेटः देह व्यापार (सेक्स रैकेट) के लिए इस्तेमाल किए जा रहे मड़वानगर में दो मंजिला मकान को सीज करने के लिए एक मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी। इसके लिए सीओ सदर सत्येन्द्र भूषण तिवारी ने एक मजिस्ट्रेट नामित करने के लिए उपजिलाधिकारी सदर को पत्र लिखा है। उधर दो मंजिला मकान की मालकिन को नोटिस जारी कर प्रशासन की ओर से एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है।
सेक्स रैकेट में शामिल वताई जा रहीं बाहर की 50 युवतियांः करीब दो वर्ष से मड़वानगर में चल रहे देह व्यापार के अड्डे पर बिहार, गोरखपुर, कुशीनगर समेत आसपास के जिले की करीब 50 युवतियां शामिल बताई गईं है। इनमें ज्यादातर शांपिंग माल में काम करने वाली, कालेज की छात्रा व पति से भरण-पोषण व तलाक का केस लड़ने वाली महिलाएं शामिल बताई जाती हैं।
छापेमारी में मौके पर पकड़ी गई युवतियों व महिलाओं व युवकों को पुलिस ने उनके स्वजन के सिपुर्द कर दिया था। उनकी गिरफ्तारी के सवाल पर पुलिस अधिकारी का कहना था कि अनैतिक देह व्यापार अधिनियम (Immoral Traffic (Prevention) Act) में सेक्स रैकेट के संचालकों की गिरफ्तारी का नियम है। युवतियों व महिलाओं की गिरफ्तारी का प्रविधान नहीं है। मजबूरी में इनके द्वारा किए जा रहे कृत्य पर रोक लगाने के साथ इनके पुनर्वास का बंदोबस्त किया जाता है।
लक्जरी वाहन से देह व्यापार के अड्डे पर जाते थे सफेदपोशः मड़वानगर देह व्यापार के अड्डे पर आने वाले सफेदपोश नेता, ठीकेदार, मीडिया से जुड़े लोग अपनी लक्जरी कार अड्डे से करीब डेढ़ मीटर पहले ही खड़ी कर वहां जाते थे। इसकी फुटेज पुलिस के कब्जे में आए सीसी कैमरे के डीवीआर में मिले हैं। बताया जाता है कि डेढ़ सौ मीटर दूर से लोहे के बड़े फाटक खुले रहने पर शौकीनों को पता चल जाता था कि अड्डे पर युवतियां हैं कि नहीं, अगर फाटक खुला मिला तो उसे ग्रीन सिग्नल मान कर सफेदपोश अंदर चले जाते थे। बुकिंग आनलाइन होती थी। पीली व सफेद पर्ची रिसेप्सन पर मिलता था।