डेस्क न्यूज। उ.प्र. राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी और सहयोगी संस्थाओं की ओर से जिले में एचआइवी एड्स से बचाव को लेकर किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों की समीक्षा शनिवार को जिला अस्पताल में हुई। सहयोगी संस्थाओं के वालंटियरों से कहा गया कि एचआइसी संक्रमण के फैलाव को रोकने में अपनी भूमिका निभाएं। ऐसे लोगों को जागरूक करें जो एचआईवी के संदिग्ध दिखे, उनकी जांच कराएं।
पाजिटिव आने पर उनका उपचार शुरू कराते हुए अन्य लोगों को संक्रमित होने से बचाव करें।सीपीओ दिशा अनुज कुमार ने बताया गया कि कैसे जन समुदाय में जाकर लोगों को जागरूक करते हुए एचआईवी की रोकथाम करनी है। कलस्टर प्रोग्राम मैनेजर अखिलेश सिंह ने बताया कि एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों में प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण अन्य बीमारियों से ग्रसित होने की सम्भावना बनी रहती है, जिनका उपचार विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रो में किया जाता है।एचआईवी से बचाव को करेंगे प्रेरितः उम्मीद संस्था की ओर से जागरूकता कार्यक्रम किया गया।
कम्युनिटी इवेंट के तहत जन जागरूकता
कम्युनिटी इवेंट के तहत जन जागरूकता के लिए योजना बनाते हुए संस्था प्रतिनिधियों से कहा गया कि गांव-गांव जाकर एचआईवी एड्स से बचाव के तौर-तरीके बताएं। संदिग्धों को कार्यक्रम में आमंत्रित करते हुए उनका हौसला बढ़ाए। छह माह तक नियमित दवा कराने की जानकारी दी गई।