बस्ती। नगर पंचायत कप्तानगंज के वायरलेस चौराहे पर नगर पंचायत द्वारा लगाया गया तिरंगा कुछ दिनों से फटा हुआ हवा में फहरा रहा था लेकिन उसकी शुद्ध लेने वाला कोई नहीं था। विजयदूत अखबार ने अपने शुक्रवार के अंक में कप्तानगंज के वायरलेस चौराहे पर हवा में फहरा रहा फटा तिरंगा शीर्षक के साथ प्रमुखता से खबर को प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशित होने के बाद नगर पंचायत कप्तानगंज के जिम्मेदार नींद से जागे और शुक्रवार की सुबह ही आनन फानन में फटे हुए तिरंगे को उतार दिया गया। लेकिन अभी तक वहां पर कोई नया तिरंगा झंडा नहीं लगाया जा सका है। नगर पंचायत कर्मचारियों ने बताया कि जल्दी नया तिरंगा लगा दिया जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि शहर में नगर पालिका व ग्रामीण क्षेत्रों में नगर पंचायत द्वारा चौक-चौराहों को सुंदर बनाने के लिए जिस उत्साह और उमंग के साथ देश के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराया जाता है।
तो आखिर उसी उत्साह के साथ तिरंगे का रखरखाव और उसके साफ-सफाई पर ध्यान क्यों नहीं दिया जाता। मौलिक तौर पर तिरंगे के रखरखाव की जिम्मेदारी उन्ही पर बनती है।
जिसके द्वारा उसे लगाया जाता है। इस तरह एक बार तिरंगे को लगाकर दोबारा उसकी देखभाल नहीं करना यह बड़ी लापरवाही है। सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए तिरंगे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।