महोबा/झांसी। महोबा जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में लैब अटेंडेंट पवन को अपनी पत्नी से जान का खतरा है। वह जीजीआइसी मऊरानीपुर में लिपिक है और वहीं गांधीगंज में छह वर्ष के बेटे के साथ रहती हैं। पवन ने का आरोप है कि पत्नी किसी और से बात करती है।
उन्हें आशंका है कि उनका और बच्चे का शव कहीं ड्रम में न मिले। पवन का एक वीडियो भी प्रचलित है। जिसमें उन्होंने बताया कि मंगलवार को बेटे से बात करने के लिए पत्नी के फोन पर वीडियो काल की थी। कमरे में उन्हें किसी और के होने की आशंका हुई तो पुलिस को फोन कर दिया।
पुलिस पहुंची तो पत्नी के कमरे से नगर पालिका का पार्षद अभिषेक पाठक मिला, जिसे थाने ले जाया गया। पवन की पत्नी भी पीछे से पहुंच गई। उसने बताया कि अभिषेक दवाई लेकर आया था। पुलिस ने रात में ही पार्षद को छोड़ दिया था।
चित्रकूट के रहने वाले पवन का आरोप है कि पिछले वर्ष 10 अक्टूबर को उन्होंने पत्नी ऋतु वर्मा को किसी से मोबाइल पर चैट करते पकड़ा था। वह जिससे बात कर रही थी फोन में उसका नाम अभिषेक जी के नाम से सेव था। तब पत्नी ने कहा था कि मेरा शरीर मेरी मर्जी मैं चाहे कुछ भी करूं। प्रचलित वीडियो में वह रोते हुए बताते हैं कि तब से पत्नी उनसे अलग रह रही है। मंगलवार रात उन्हें फोन पर बात करते समय पत्नी के कमरे में किसी और के होने की शंका हुई।
उन्होंने मऊरानीपुर पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस पहुंची तो पार्षद अभिषेक पाठक मिला। पार्षद ने एक वीडियो जारी कर बताया कि उन्हें राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया जा रहा है। पवन ने आरोप लगाया कि पत्नी अपने प्रेमियों के साथ मिलकर उसकी हत्या करवा सकती है। रात को कई लोग उसके घर आते हैं। बता दें कि मेरठ में महिला मुस्कान ने प्रेमी की मदद से पति को काटकर नीले ड्रम में सीमेंट से जमा दिया था।
ऋतु को अनुकंपा नियुक्ति मिली थी:
ऋतु वर्मा के पहले पति की मौत के बाद मृतक आश्रित में नौकरी मिली थी। वह 2-3 साल से मऊरानीपुर में बेटे के साथ रह रही है।
महिला ने कहा, पार्षद के साथ षड्यंत्र :
ऋतु वर्मा ने गुरुवार को डीआइजी व एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें बताया कि पति आठ महीने से उससे अलग रह रहा है। वह उसके साथ मारपीट, गाली-गलौज करता था, जिसकी शिकायत चित्रकूट कोतवाली में की थी। मंगलवार रात पार्षद अभिषेक को फोन करके दवा मंगाई। अभिषेक अंदर पहुंचे तो अज्ञात लोगों ने घर की कुंडी बाहर से लगा दी।