बस्ती: कप्तानगंज पुलिस और एसओजी की संयुक्त कार्रवाई, हत्या का 12 घंटे में खुलासा, एक अभियुक्त गिरफ्तार
बस्ती जिले के थाना कप्तानगंज क्षेत्र में एक सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने 12 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। ग्राम रैय्यल में मनोज उपाध्याय के गन्ने के खेत में ध्रुवचंद्र चौधरी (निवासी कौडीकोल बुजुर्ग) की लाश मिलने की घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य अभियुक्त रमई उर्फ रामबहादुर पाठक (55 वर्ष, निवासी अहिरौलिया, थाना नगर) को आला-कत्ल (बांस का टुकड़ा और प्लास्टिक की रस्सी) के साथ गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी 2 जून 2025 को सुबह 8 बजे रैय्यल से अहिरौलिया जाने वाले रास्ते पर गोविंद पाठक के स्कूल के पास की गई।
मामले में थाना कप्तानगंज पर मुकदमा संख्या 85/2025, धारा 103(1) बीएनएस के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस अन्य अभियुक्तों की तलाश में छापेमारी कर रही है। पूछताछ में रमई ने बताया कि उसकी बेटी, जिसकी शादी भेलमापुर (थाना दुबौलिया) में हुई थी।
31 मई 2025 की रात को ध्रुवचंद्र रमई की बेटी से मिलने काली मंदिर के पास आया। रमई और उसके बेटों अभिषेक और सत्यम ने मिलकर उसकी डंडे और लात-मुक्कों से हत्या कर दी। सिर पर गंभीर चोटों के कारण ध्रुवचंद्र बेहोश हो गया और फिर उसकी मौत हो गई।
हत्या के बाद, शव को छिपाने के लिए रमई ने अपने बेटों के साथ मिलकर ध्रुवचंद्र की लाश को रस्सी से बांधा और बांस के सहारे गन्ने के खेत में फेंक दिया। रात का समय होने के कारण यह घटना किसी की नजर में नहीं आई। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि रमई और उसके बेटे इस हत्या में शामिल हैं। इसके आधार पर पुलिस ने रमई को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और हत्या में इस्तेमाल डंडा, बांस का टुकड़ा और रस्सी बरामद कराई। रमई ने बताया कि उसके बेटे और बेटी घटना के बाद फरार हो गए, जिनके ठिकाने का उसे पता नहीं। वह खुद भी पैसे लेकर भागने की फिराक में था, तभी पुलिस ने उसे धर दबोचा।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गठित टीम में थानाध्यक्ष कप्तानगंज सुनील कुमार गौड़, एसओजी प्रभारी चंद्रकांत पांडे, सर्विलांस सेल प्रभारी शशिकांत, उपनिरीक्षक मु. इस्लाम खान, सुरेश कुमार कुशवाहा, और कांस्टेबल काशी कुमार, पंकज सिंह, यशवंत यादव, रमेश, इरशाद खान, धर्मेंद्र और चंदन शामिल थे। यह कार्रवाई पुलिस की तत्परता और प्रभावी जांच का परिणाम है। अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार प्रयासरत हैं।