नहीं पकड़े गए रागिनी के हत्यारोपी, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मामले में निलंबित शिक्षक को ग्रीष्मावकाश में दी तैनाती
- परिषदीय विद्यालय में विद्यालय संचालन के दौरान मिला था रागिनी का शव
- आखिर कौन लेगा रागिनी के हत्या की जिम्मेदारी, जनता के निशाने पर पुलिस व बेसिक शिक्षा अधिकारी
बस्ती। कप्तानगंज विकास खण्ड के कम्पोजिट विद्यालय खपड़ही में विद्यालय संचालन के दौरान स्थानीय खपड़ही गाँव निवासी रागिनी नामक छात्रा की लाश रहस्यमयी परिस्थितियों में मिली थी जिसकों लेकर बेसिक शिक्षा विभाग की खूब किरकिरी मची थी । पुलिस ने भी चुनावी वादों के सरीखे मौत की गुत्थी जल्द से जल्द सुलझाने का दावा करते हुए अपना पीठ स्वयं थपथपाया था परन्तु हत्या के तीन माह से अधिक समय बीतने के बाद भी जहाँ एक ओर पुलिस के हाथ खाली हैं तो दूसरी तरफ बेसिक शिक्षा विभाग ने रागिनी हत्याकाण्ड से मुँह फेरते हुए ग्रीष्मावकाश में मामले में निलंबित शिक्षक अरुणेन्द्र सिंह को बहाली / तैनाती प्रदान कर दी है ।
मिली जानकारी के मुताबिक अभी बीते फरवरी माह में रागिनी नामक छात्रा की लाश कप्तानगंज विकास खण्ड के कम्पोजिट विद्यालय खपड़ही में विद्यालय संचालन समय के दरम्यान रहस्यमय परिस्थितियों में मिली थी।
जिसके बाद विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अरुणेन्द्र सिंह अपना मोबाइल बन्द कर फरार हो गए थे जिन्हें विभाग ने निलंबित कर दिया था। परिजन भी मृतका की लाश मनोरमा नदी के तट पर जमीन के अन्दर छिपाकर उसे जलाने की बात करते हुए तरह – तरह की बातें कर रहे थे।
काफी मशक्कत के बाद मृतका की लाश बरामद हुई थी जिसमें विधिक कार्यवाही पूर्ण कर कप्तानगंज की पुलिस ने लाश को परिजनों को सौंप दिया था।
अभी तक रागिनी के मौत की गुत्थी नहीं सुलझ पायी है लेकिन मामले में निलंबित चल रहे विद्यालय के शिक्षक अरुणेन्द्र सिंह को बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा ग्रीष्मावकाश में बहाल कर तैनाती प्रदान करते हुए आग में घी डालने का काम कर दिया गया है जिसको लेकर लोग क्षेत्र में तरह – तरह की चर्चाएं करते हुए मामले में पुलिस व बेसिक शिक्षा अधिकारी की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं।