लखनऊ : भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) में टेंडर दिलाने के नाम पर चार करोड़ रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को गोमतीनगर से स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने दबोच लिया। आरोपित ने नाम बदल कर ठगी की थी। आरोपित के पास से अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं। गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में टीम लगी हुई है।
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि दिल्ली के पूर्वी कैलाष गढ़ी निवासी अरविंद चौहान उर्फ सागर खंडेलवाल को गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ में आरोपित ने बताया
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसका वास्तविक नाम जाहिर हुसैन है। मूलरूप से बरेली के नवाबगंज स्थित अभयराजपुर का रहने वाला है। गिरोह के साथ मिलकर वह लोगों को टेंडर दिलाने के नाम पर फंसाता और रकम ऐंठता है। उसने दो फर्जी आधार कार्ड (लखनऊ और दिल्ली के पते पर), एफसीआइ का फर्जी परिचय पत्र बनवा रखा है। जाहिर ने बताया कि खुर्रम नगर के सैयद रफत मुईम से मुलाकात हुई तो उसको अरविंद चौहान नाम बताया। हरियाणा में चावल का 140 करोड़ रुपये का टेंडर दिलाने का लालच दिया। 10 प्रतिशत यानी 14 करोड़ ईएमडी (अरनेस्ट मनी डिपासिट) के रूप में जमा कराने के लिए कहा। उस रुपये के बदले वेव आफ कराने के लिए पांच करोड़ रुपये में बात तय हुई।
रफत से फर्जी दस्तावेज
इसके बाद रफत से फर्जी दस्तावेज पर चार करोड़ रुपये नकद ले लिए। शेष एक करोड़ रुपये लेने के लिए रफत पर दबाव बनाया। एफसीआइ के एम-वैल्यू जंक्शन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन हो जाने की बात कहकर सितंबर, 2024 में टेंडर से संबंधित फर्जी पत्र निदेशक के फर्जी हस्ताक्षर के साथ दे दिया। वहीं, जब रफत को ठगी का पता चला तो अरविंद चौहान उर्फ सागर खंडेलवाल, अभिषेक ठाकुर, विषाल गर्ग, अभिषेक जैन समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था।