उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। महोली तहसील के संवादसूत्र राघवेंद्र वाजपेयी की हत्या कर दी गई। उनकी हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
हत्या के पीछे की वजह
राघवेंद्र वाजपेयी ने हाल ही में धान खरीद में गड़बड़ी का मामला उजागर किया था। इस मामले में कई लोगों की संलिप्तता सामने आई थी। इसके अलावा, उन्होंने जमीन खरीद मामले में भी स्टांप चोरी का मामला उजागर किया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि राघवेंद्र वाजपेयी को चार गोलियां लगी थीं। इसमें 315 बोर व 311 बोर का इस्तेमाल किया गया था। यह घटना सुनियोजित तरीके से कारित की गई थी।
परिवार की स्थिति
राघवेंद्र वाजपेयी के परिवार की स्थिति बहुत दयनीय है। उनके पिता महेंद्र बाजपेयी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उनकी पत्नी व दो बच्चे हैं। बेटा दस वर्षीय आराध्य व बेटी आठ वर्षीय अस्मिता है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना पर समाजवादी पार्टी ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि यही है ‘डबल इंजन’ सरकार की कानून व्यवस्था। पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी को गोलियों से भून दिया गया और सरकार खामोश है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी इस घटना पर शोक जताया है।
सरकार को चाहिए
राघवेंद्र वाजपेयी की हत्या एक दिल दहला देने वाली घटना है। यह घटना पत्रकारों की सुरक्षा के मुद्दे को उठाती है। सरकार को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।