यूपी बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के कप्तानगंज के विकास खंड के विश्नोहरपुर गांव में गढहा और बंजर की जमीन पर दशकों से हुए क़ब्ज़े को हाईकोर्ट के निर्देश पर शुक्रवार को तहसील प्रशासन ने अत्रिक्रमण मुक्त कराया। इस दौरान एसडीएम हरैया और सीओ कलवारी सहित भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
इस दौरान पुलिस को विरोध का भी सामना करना पड़ा लेकिन भारी पुलिस बल और अधिकारियों की सख्ती के चलते विरोध कर रहे लोगों को बैकफुट पर आना पड़ा।
एसडीएम हरैया ने बताया
एसडीएम हरैया मनोज प्रकाश ने बताया कि गढ़हा और बंजर की जमीन पर हुए अत्रिक्रमण को हटाया गया है। मामला हरैया तहसील के ग्राम गढ़हा गौतम के राजस्व गांव बिशनोहरपुर का है उक्त गांव में सड़क के किनारे स्थित गाटा संख्या 99 राजस्व अभिलेख में गढ्ढा और गाटा संख्या 100 राजस्व अभिलेख में बंजर दर्ज़ है
जिस पर गांव के ही संतराम उपाध्याय व रीता का अवैध कब्जा चला आ रहा था। जिसको हटाने को लेकर गांव के ही अजय कुमार पांडेय के जिले के आलाधिकारी को शिकायत किया था।
लेकिन मामले में कोई कार्रवाई न होने के चलते अवैध कब्जा को हटाने के लिए हाईकोर्ट इलाहाबाद में अधिवक्ता के.एल.तिवारी के माध्यम से 8 अप्रैल 2025 को जनहित याचिका दायर कर प्रार्थना किया गया था। जिसकी सुनवाई करते हुए माननीय उच्च न्यायालय ने अगली सुनवाई की तिथि 25 अप्रैल 2025 निर्धारित करते हुए अपनाई प्रक्रिया व कार्यवाही में विलंब पर कड़ी नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी बस्ती से व्यक्तिगत हालतनामा तलब किया था।
जिस पर जिलाधिकारी बस्ती ने गंभीरता लेते हुए मामले में एसडीएम हरैया को टीम बनाकर अत्रिक्रमण को हटाने का निर्देश दिया। तहसील प्रशासन ने हाईकोर्ट की सख्ती के चलते एसडीएम हरैया मनोज प्रकाश सीओ कलवारी प्रदीप कुमार तिवारी सहित अन्य पुलिस बल के साथ शुक्रवार को विशनोहरपुर पहुंचे और घंटों मौजूद रहकर गढ्ढा और बंजर की जमीन को अत्रिक्रमण से मुक्त कराया।