वाराणसी : सामूहिक दुष्कर्म का चर्चित मामला अब अलग ही मोड़ लेता दिख रहा है। 29 मार्च से चार अप्रैल तक जिन सात दिनों की अवधि में युवती 23 युवकों पर दुष्कर्म का आरोप लगा रही है उस दौरान उसने लगातार अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर पोस्ट डाले हैं, जिसमें वह काफी खुश लग रही है। सात अप्रैल को प्रकाश में आए इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी एयरपोर्ट पर ही अधिकारियों से बात की थी। इसके बाद यह मामला देशभर में चर्चा का विषय बन गया। पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी है, जिसे एक माह में रिपोर्ट देनी होगी। तब तक कोई और गिरफ्तारी नहीं होगी।
दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती के इंस्टाग्राम एकाउंट का जो विवरण प्रकाश में आया है उसमें वारदात के दिनों में उसकी गतिविधियां सामान्य हैं। इस दौरान वह कई सार्वजनिक स्थानों पर रही, लेकिन उसने स्वजन या पुलिस से संपर्क करने की कोशिश नहीं की। जिस कैफे में उसने दुष्कर्म का आरोप लगाया है वहां जाने के बारे में उसने खुद एक आरोपित को मैसेज किया है। यहीं नहीं, ईद में एक आरोपित के घर जाकर सेवईं खाने और ईदी लेने की बात भी सामने आ रही है। इससे कई सवाल उठ रहे हैं। युवती की मां ने 12 नामजद और 11 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है जबकि युवती ने अदालत में दिए अपने बयान में नौ आरोपितों का ही नाम लिया है।
आरोपितों के स्वजन के ये भी आरोप हैं कि जिन तीन युवकों का नाम युवती ने अदालत में नहीं लिया उनसे रुपये ऐंठ लिए हैं। अन्य से भी रुपयों की मांग करते हुए धमकी दे रही है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने गुरुवार को बताया कि युवती से सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच अब एसआइटी करेगी। एसआइटी एक महीने में रिपोर्ट सौंपेगी। तब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की जाएगी।