यूपी, बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती के दुबौलिया थाना क्षेत्र में किशोर की मौत के मामले में पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन ने थानाध्यक्ष जितेंन्द्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही, दारोगा अजय कुमार गौड़ और हल्का सिपाही शिवम सिंह को कथित पिटाई के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
पूरा मामला
जिले के दुबौलिया (Duboliya) थाना क्षेत्र के उभाई गांव के किशोर आदर्श उपाध्याय की मौत का प्रकरण में जनप्रतिनिधियों के डीएम कार्यालय पर धरना देने के बाद पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन ने थानाध्यक्ष जितेंन्द्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही किशोर की कथित पिटाई के आरोप में दारोगा अजय कुमार गौड़ और हल्का सिपाही शिवम सिंह को निलंबित कर दिया।
इस दौरान
भाजपा जिलाध्यक्ष विवेकानंद मिश्र एवं कप्तानगंज के पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश शुक्ल व कांग्रेस नेता प्रशांत पांडेय की मांग पर जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने प्रकरण की मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिए है। जांच अपर जिलाधिकारी प्रतिपाल सिंह चौहान और अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह को सौंपी गई है। कार्रवाई की मांग को लेकर बुधवार को डीएम कार्यालय पर सपा जिलाध्यक्ष व सदर विधायक महेन्द्र नाथ यादव और कप्तानगंज के विधायक कविन्द्र चौधरी अतुल भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। उन्होंने थानाध्यक्ष और सभी दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कराने की मांग की।
परिजनों ने लगाया पिटाई का आरोपः
आदर्श के स्वजन ने पुलिस पर दुबौलिया थाना परिसर के लाकअप में पिटाई करने का आरोप लगाया है। जबकि पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन का कहना है कि किशोर नशे का आदी था, उसे पुलिस ने हिरासत में लिया था। तबीयत खराब होने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहीं चोट के निशान नहीं मिले हैं। मौत का कारण अस्पष्ट है। विसरा सुरक्षित कर दिया गया है। वहीं इस घटना के विरोध में भाजपा, सपा व कांग्रेस के नेताओं ने देर रात तक डीएम आवास व कार्यालय पर नारेबाजी कर धरना दिया। डीएम रवीश गुप्ता ने कहा कि प्रकरण में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं।