उन्नाव। अगल-बगल घर थे दोनों के। प्रेम करते थे एक-दूसरे से और शादी भी करना चाहते थे, लेकिन घर वाले तैयार नहीं थे। उनकी शादी दूसरी जगह तय कर दी। वह अलग होने से डर गए और साथ में फंदा लगाकर जान दे दी।
घर से 200 मीटर दूर बाग में
गुरुवार को उनके शव घर से 200 मीटर दूर बाग में आम के पेड़ की अलग-अलग डाल पर लटके मिले। घटना लोचनखेड़ा गांव की है। स्वजन ने दोनों के बीच प्रेम संबंधों की जानकारी से इन्कार किया है।
लोचनखेड़ा गांव में सुरेश व बउवा लोध के घरों की की छत मिली हुई है। सीओ बांगल अरविंद चौरसिया ने बताया कि सुरेश की बेटी 19 वर्षीय चावली के प्रेम संबंध बउवा के 21 वर्षीय बेटे पंकज से करीब चार साल से थे। दोनों शादी करना चाहते थे। दोनों परिवार इसके लिए तैयार नहीं थे।
चावली के पिता ने
चावली के पिता ने उसकी शादी तय कर दी थी। लड़के वाले 20 अप्रैल को चावली को देखने आने वाले थे। पंकज के स्वजन ने भी उसकी शादी पक्की कर दी थी। गुरुवार सुबह चावली पड़ोस के गांव में फसल काटने गई थी।
वहां से दोपहर 12 बजे के बाद घर लौटी और कमरे में जाकर लेट गई। कुछ देर बाद वह बिना किसी को कुछ बताए घर से निकल गई। दोपहर करीब दो बजे आम के पेड़ पर चावली का शव दुपट्टे से व पंकज का शव साड़ी से लटका मिला। दोनों के पास मोबाइल फोन मिले हैं। पुलिस काल डिटेल खंगाल रही है। स्वजन का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि दोनों शादी करना चाहते थे।