लेख – पीयूष मिश्रा
डेस्क, न्यूज। भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का सपना था, ‘एक ऐसा भारत जहां ऊंच-नीच का भेदभाव न हो, जहां सभी को समान अवसर और सम्मान मिले।’ यही विचार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री पंचायती राज विभाग व अल्पसंख्यक ओमप्रकाश राजभर जी ने आत्मसात किया। पीएम मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर जी के इस सपने को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है।
आज भारत की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) NDA ने केंद्र में मोदी की सरकार और अनेक राज्यों में अपनी सरकार के नेतृत्व वाली NDA ने, खासकर उत्तर प्रदेश की योगी जी की सरकार ने, डॉ. अंबेडकर के विचारों को बलवती बनाया है। स्वायत्त और बहुमूल्य को मूल्य दिया है। इस दिन को केवल एक स्मृति दिवस के रूप में नहीं, बल्कि उनके विचारों और संकल्पों को क्रियान्वित करने के प्रण के रूप में मनाया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एवं योगी जी ने बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों को समर्पित अनेक योजनाओं और कार्यों की शुरुआत की है, जिनके परिणामस्वरूप समता, स्वायत्त और बहुमूल्य की भावना से देश में अभूतपूर्व बदलाव आया है। आज केंद्र में नरेंद्र मोदी जी की सरकार और अनेक राज्यों में उनकी पार्टी की सरकारें डॉ. अंबेडकर के सपनों को साकार करने में लगी हैं। और यही कार्य प्रदेश में योगी सरकार कर रही है!
बाबा साहेब को समर्पित ‘पंच तीर्थ’
केंद्र में नरेंद्र मोदी जी की सरकार आने के बाद डॉ. अंबेडकर जी के जीवन से जुड़े पांच पवित्र स्थलों को ‘पंच तीर्थ’ के रूप में विकसित किया गया है। महू (जन्मभूमि), लंदन (शिक्षा स्थल), नागपुर (दीक्षा भूमि), मुंबई (चैत्यभूमि) और दिल्ली (परिनिर्वाण स्थल) को बाबा साहेब के स्मारकों के रूप में संजोया गया है।
डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन अनुसंधान केंद्र
प्रधानमंत्री मोदी जी का दलित प्रेम प्रधानमंत्री मोदी ने बार-बार अपने भाषणों में बाबा साहेब अंबेडकर को अपनी प्रेरणास्रोत बताया है। उन्होंने डॉ. अंबेडकर को ‘आधुनिक भारत का निर्माता’ और ‘सामाजिक समता का प्रतीक’ कहा है। उनकी सरकार ने अंबेडकर की जयंती को केवल समारोह तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उसे दलितों और पिछड़ों पर केंद्रित योजनाओं और नीतियों के माध्यम से साकार किया है। केंद्र सरकार ने देश में अंबेडकर से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों, अंबेडकर और अमीग्रेल्स की स्मृतियों को संजोने की पहल की है। यह प्रयास है। जो देश समाज और सामाजिक नीतियों पर केंद्रित है।
केंद्र सरकार व योगी सरकार ने अंबेडकर जी के कठिन जीवन को समझते हुए, उनके विचारों को भारत की आत्मा बताया है। वह बार-बार यह कह चुके हैं कि भाजपा ने केवल भाषण के माध्यम से नहीं, बल्कि उसे हकीकत पर योजनाओं और नीतियों के माध्यम से समर्पित किया है। समानता, स्वायत्त और सर्वदा सर्वदा विचार, सर्वदा सर्वदा प्रयास की भावना से देश में अभूतपूर्व बदलाव आया है।
दलित कल्याण की योजना और पहल
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने समाज के हिस्से पर रहे वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए अनेक योजनाओं की शुरुआत की, जिनके प्रभावशाली परिणाम दिखाई दे रहे हैं। पीएम आवास योजना के अंतर्गत दलित और पिछड़े वर्गों को सस्ती दरों पर घर दिए गए।
उज्ज्वला योजना में न केवल दलित महिलाओं को बल्कि मुफ्त में सिलेंडर और गैस की सुविधा दी। स्टैंड अप इंडिया और मुद्रा योजना के तहत दलित और गरीब वर्गों को स्वरोजगार की दिशा में मदद की।