सुलतानपुर, बाराबंकी व बस्ती जिले के रहने वाले हैं आरोपित
अंबेडकरनगर: छात्रों का फर्जी प्रशिक्षण कराकर मैक्स अस्पताल लखनऊ में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी और फर्जी नियुक्ति पत्र प्रदान करने के अंतरजनपदीय गिरोह का पुलिस ने राजफाश किया। पकड़े गए तीनों आरोपित सुलतानपुर, बाराबंकी व बस्ती जिले के रहने वाले हैं। पुलिस ने तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया है।
अकबरपुर के टांडा मार्ग स्थित विट्स आइटीआइ में गत वर्ष 25 नवंबर को सुलतानपुर जिले के हलियापुर के जरईकलां गांव के रणविजय पहुंचे। खुद को अराइज कंसल्टेंसी कंपनी का कर्मी बताकर सेमिनार का आयोजन किया था। शिक्षा ग्रहण कर रही सभी युवतियों से मैक्स अस्पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर 4,500 रुपये की दर से लिया। सभी को मैक्स अस्पताल का फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। सभी युवतियां नियुक्ति पत्र लेकर मैक्स अस्पताल लखनऊ पहुंचीं तो पता चला कि कोई वैकेंसी ही नहीं है। अकबरपुर क्षेत्र की युवतियों ने टांडा क्षेत्राधिकारी शुभम कुमार से मिलकर मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की गुहार लगाई थी।
युवतियों ने प्रशिक्षण के दौरान
युवतियों ने प्रशिक्षण के दौरान पुलिस को फोटो आदि भी उपलब्ध कराया था। आरोप था कि रणविजय ने उन्हें लखनऊ, अयोध्या, गोरखपुर के मैक्स अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ की आवश्यकता होने की बात कहते हुए उत्तीर्ण छात्राओं को प्लेसमेंट के लिए साक्षात्कार कराया था। साक्षात्कार के समय बायोडाटा तथा आय प्रमाण पत्र लिया गया। बाद में गत वर्ष 10 दिसंबर को सभी 15 छात्राओं का लखनऊ के गोमतीनगर स्थित मैक्स अस्पताल में नियुक्ति के लिए बुलाया गया। छात्राएं वहां पहुंची तो अस्पताल प्रशासन ने ऐसी कोई भर्ती नहीं होने की जानकारी दी।
विवेचना निरीक्षक अनिरुद्ध प्रताप सिंह
विवेचना निरीक्षक अनिरुद्ध प्रताप सिंह को सौंपी गई। पुलिस ने बुधवार को सुबह इनामीपुर स्थित राजकीय बालिका इंटर कालेज के पास से आरोपित सुलतानपुर के हलियापुर के जरईकलां गांव के रणविजय, बाराबंकी जिले के मोहम्मदपुर खाला के दान का पुरवा गांव के मोहित कुमार वर्मा व बस्ती जिले के कलवारी के पाकरडाह गांव के पंकज मौर्य को गिरफ्तार किया।
क्षेत्राधिकारी टांडा शुभभ कुमार
क्षेत्राधिकारी टांडा शुभभ कुमार व निरीक्षक दीपक सिंह रघुवंशी ने पत्रकारों से वार्ता कर घटना का राजफाश किया। निरीक्षक ने बताया कि आरोपितों को न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।