आगराः होटल में सफाई कर गुजारा करने वाले युवक को पड़ोसी ने पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा दिया।थोड़े-थोड़े कर चार साल में 4.50 लाख रुपये ले लिए।तकादा करने पर मोबाइल पर नियुक्ति होने की बोल कर पहचान पत्र का फोटो भेज दिया।
पीड़ित ने पुलिस लाइंस में जानकारी
पीड़ित ने पुलिस लाइंस में जानकारी की तो पहचान पत्र फर्जी होने की जानकारी हुई। आरोप है कि शिकायत पर थाना ताजगंज पुलिस के सामने रुपये लौटाने का वादा किया पर रुपये नहीं लौटाए। पीड़ित की शिकायत पर सुनवाई न होने पर न्यायालय की शरण ली। न्यायालय के आदेश पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है।
करभना धांधूपुरा के राजकुमार होटल में सफाई का काम करते हैं। राजकुमार का आरोप है कि दो मार्च, 2021 को पड़ोस में रहने वाले रमाशंकर से बातचीत हुई। उसने यूपी पुलिस के अधिकारियों से संबंध होने की बात कही। पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। 70 हजार रुपये बैंक खाते में जमा कराए। इसके बाद पुलिस परीक्षा का प्रवेश पत्र मोबाइल पर भेज परीक्षा में सेटिंग का हवाला देकर और रुपयों की मांग की। लगातार बहाने बनाकर रुपये लेता रहा।
टोकने पर उसके ऊपर मुकदमा के वारंट होने की बोल डराया। कुछ दिन बाद फिर रुपये मांगने लगा।तकादा करने पर पुलिस का परिचय पत्र मोबाइल पर भेज कर जल्द कुरियर से आने की बोलकर बहलाता रहा। 30 जनवरी, 2024 को जब पुलिस लाइन में परिचय पत्र का फोटो दिखाया तो ठगी की जानकारी हुई।
पुलिस के सामने आरोपित
पुलिस के सामने आरोपित ने रुपये लौटाने का वादा किया पर एक रुपया भी नहीं लौटाया। पुलिस द्वारा मुकदमा न दर्ज करने पर पीड़ित ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। इसके बाद न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया।